Friday, November 4, 2016

लक्ष्मी शाबर मंत्र

ॐ विष्णु-प्रिया लक्ष्मी, शिव-प्रिया सती से प्रकट हुई कामाक्षा भगवती आदि-शक्ति, युगल मूर्ति अपार, 
दोनों की प्रीति अमर, जाने संसार। दुहाई कामाक्षा की। आय बढ़ा व्यय घटा। दया कर माई।
ॐ नमः विष्णु-प्रियाय। ॐ नमः शिव-प्रियाय। ॐ नमः कामाक्षाय।
ह्रीं ह्रीं श्रीं श्रीं फट् स्वाहा।
  • इस शाबर मंत्र को मंगलवार को सूर्यौदय के समय शुरू करें |
  • इस शाबर मंत्र को आप दीपावली की रात सवा लाख मंत्र जाप करना होगा।
  • ध्यान रहे दीपावली की रात मंत्र जाप का 100 गुना फल मिलता है इसलिये
    आपको सिर्फ 12,500 बार ही जाप करना होगा।
लक्ष्मी का पहला शाबर मंत्र
ओम नम: काली कंकाली महाकाली मुख सुन्दर जिये व्याली
चार बीर भैरों चौरासी बात तो पूजूं मानए मिठाई अब बोली कामी की दुहाई
  • लक्ष्मी पूजन के बाद पूर्व की ओर मुख करके बैठें।
  • फिर सुविधा के हिसाब से 7, 14, 21, 28, 35, 42 या 49 मंत्रों का जप करें।
  • ऐसा करने से आप कोई नया कारोबार जल्दी शुरु कर लेंगे
लक्ष्मी का दूसरा शाबर मंत्र
ॐ श्री शुक्ले महाशुक्ले, महाशुक्ले कमलदल निवासे श्री महालक्ष्मी नमो नमः।
लक्ष्मी माई सबकी सवाई, आओ चेतो करो भलाई, ना करो तो सात समुद्रों की दुहाई,
ऋद्धि नाथ देवों नौ नाथ चैरासी सिद्धों की दुहाई।
  • इस मंत्र को रोज़ एक माला जपें।
  • जाप के बाद दुकान की चारों दिशाओं में नमस्कार करें। देखते ही देखते दुकान चल निकलेगी
लक्ष्मी का तीसरा शाबर मंत्र
ॐ क्रीं श्रीं चामुंडा सिंहवाहिनी कोई हस्ती भगवती रत्नमंडित सोनन की माल,
उर पथ में आप बैठी हाथ सिद्ध वाचा, सिद्धि धन धान्य कुरु-कुरु स्वाहा।
  • दीपावली की रात 12500 का जाप करें।
  • बेरोज़गारों को नौकरी मिलेगी और नौकरी वालों को तरक्की
लक्ष्मी का चौथा शाबर मंत्र
ॐ ह्रीं श्रीं ठं ठं ठं नमो भगवते, मम सर्वकार्याणि साधय, मां रक्ष रक्ष शीघ्रं मां धनिनं,
कुरु कुरु फट् श्रीयं देहि, ममाप निवारय निवारय स्वाहा।
  • रोज़ एक माला का जाप करें।
  • ज्यादा रुपए पाने के लिए इस मंत्र का जाप करते हुये घर या मंदिर के शिवलिंग पर 7 बेलपत्र चढ़ायें।
लक्ष्मी का पांचवां शाबर मंत्र
ॐ श्रीं श्रीं श्रीं परमाम् सिद्धिं श्रीं श्रीं श्री
  • दीपावली या फिर किसी भी शाम को प्रदोषकाल में रोज़ 3 माले का जाप करें।
  • इसके बाद अगर,तगर,केसर,लाल और सफेद चंदन, गुगुल, कपूर को घी में मिलाकर इसी मंत्र से 108 आहुति दें। 7 प्रदोषकाल में की गई पूजा से आपके जीवन में धन संपत्ति का अंबार लग जाएगा।
"नवनाथ मन्त्र प्रयोग"
“ॐ नमो आदेश गुरु को ॐकारे आदि-नाथ उदय-नाथ पार्वती सत्य-नाथ ब्रह्मा सन्तोष-नाथ विष्णु अचल अचम्भे-नाथ गज-बेली गज-कन्थडिनाथ ज्ञान-पारखी सिद्ध चौरङ्गीनाथ। माया-स्वरूपी दादा मत्स्येन्द्रनाथ घटे पिंडे निरंतर सत्य श्री शम्भू जति गुरु गोरक्षनाथ जी को आदेश आदेश |”
विधिः
  • पूर्णमासी से जप प्रारम्भ करे।
  • जप के पूर्व चावल की नौ ढेरियाँ बनाकर उन पर ९ सुपारियाँ मौली बाँधकर नवनाथों के प्रतीक-रुप में रखकर उनका षोडशोपचार-पूजन करे। फिर मन्त्र-जप करे।
  • प्रतिदिन नियत समय और निश्चित संख्या में जप करे।
    ब्रह्मचर्य से रहे, अन्य के हाथों का भोजन या अन्य खाद्य-वस्तुएँ ग्रहण न करे। स्वपाकी रहे।
    इस साधना से नवनाथों की कृपा से साधक धर्म-अर्थ-काम-मोक्ष को प्राप्त करने में समर्थ हो जाता है। उनकी कृपा से ऐहिक और पारलौकिक-सभी कार्य सिद्ध होते हैं।
  • विशेषः  इस मन्त्र को यदि ९ हजार या ९ लाख की संख्या में जप लें, तो परम-सिद्धि मिलती है
    और नौ-नाथ प्रत्यक्ष दर्शन देकर अभीष्ट वरदान देते हैं।

10 comments:

  1. Kya dipawali ki surf ek rat me 12500 bar is mantra ka jap sambahab hai.isme samay kitna lagega kripya Punjab bidhi ki January de.

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  2. जय माता दी

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  3. अशुद्ध मंत्र पोस्ट किए हैं

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    1. शुद्ध मंत्र बतायीये मान्यवर.

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  4. Deepak ji to sudh mantra kaya hai plz batta de

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  5. In second mantra, there are mistakes in words

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  6. MANTRA BISWAS SE CHALTA HAI ,SHRADHA SE PHALIVUT HOTA HAI Dr AJOY CANCER HEALER CALL--919993906875 YOU CAN CALL ME FOR ALL 2000 DISEASES .

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  7. Hmm glt h mantr 2 no vaala bhai glt mantr to post mt kr

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  8. Sabhi mantra net se hi randomly uthakar post....dher saari galtiyaan aur pooche jane par koi pratiuttar bhi nahi...kuki khud ko bhi kuch pata nahi...bas blog banane ke liye (taki traffic aa jaye aur blog monetize ho taki khud ki jebe bhar jaaye bas) kuch bhi uthakar post karne ka dhandha bahut zoron par hei aaj kal...kuch nahi toh peison ke liye majboor logon ki bhavnayein hei na khelne ke....bus ek mahatvapurn cheez bhool jate hein peise kamane ke pagalpan mei ki jo vo karenge vo veisa hi payenge vo bhi sooth samet.

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