सावन (श्रावण) मास में प्रत्येक सोमवार को शिव मुट्ठी चढ़ाई जाती है -
- एक आंकड़े का फूल चढ़ाना सोने के दान के बराबर फल देता है,
- एक हजार आंकड़े के फूल के बराबर एक कनेर का फूल फलदायी,
- एक हजार कनेर के फूल के बराबर एक बिल्वपत्र फल देता है,
- एक हजार बिल्वपत्रों के बराबर एक द्रोण या गूमा फूल फलदायी,
- एक हजार गूमा के बराबर एक चिचिड़ा,
- एक हजार चिचिड़ा के बराबर एक कुश का फूल,
- एक हजार कुश फूलों के बराबर एक शमी का पत्ता,
- एक हजार शमी के पत्तो के बराबर एक नीलकमल,
- एक हजार नीलकमल से ज्यादा एक धतूरा और
- एक हजार धतूरों से भी ज्यादा एक शमी का फूल शुभ और पुण्य देने वाला होता है। इस तरह शमी का फूल शिव को चढ़ाना शिव भक्ति से तमाम मनचाही कामनाओं को पाने का सबसे श्रेष्ठ उपाय है
- प्रथम सोमवार को शिवलिंग पर एक मुट्ठी कच्चे चावल को चढ़ाया जाता है |
- दूसरे सोमवार को शिवलिंग पर एक मुट्ठी सफ़ेद तिल चढाने का नियम है |
- तीसरे सोमवार को शिवलिंग पर एक मुट्ठी खड़े मूंग को चढ़ाया जाता है |
- चौथे सोमवार को शिवलिंग पर एक मुट्ठी जौ चढाने का नियम है |
- * ...और श्रावण मास में अगर पांचवां सोमवार भी आ जाता है, तो सतुआ चढ़ाने का महत्व हैं।
- एक आंकड़े का फूल चढ़ाना सोने के दान के बराबर फल देता है,
- एक हजार आंकड़े के फूल के बराबर एक कनेर का फूल फलदायी,
- एक हजार कनेर के फूल के बराबर एक बिल्वपत्र फल देता है,
- एक हजार बिल्वपत्रों के बराबर एक द्रोण या गूमा फूल फलदायी,
- एक हजार गूमा के बराबर एक चिचिड़ा,
- एक हजार चिचिड़ा के बराबर एक कुश का फूल,
- एक हजार कुश फूलों के बराबर एक शमी का पत्ता,
- एक हजार शमी के पत्तो के बराबर एक नीलकमल,
- एक हजार नीलकमल से ज्यादा एक धतूरा और
- एक हजार धतूरों से भी ज्यादा एक शमी का फूल शुभ और पुण्य देने वाला होता है। इस तरह शमी का फूल शिव को चढ़ाना शिव भक्ति से तमाम मनचाही कामनाओं को पाने का सबसे श्रेष्ठ उपाय है
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